| 1. | इस आकर्षण बल को गुरुत्वाकर्षण बल कहते हैं।
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| 2. | इस आकर्षण बल को पिंड का भार कहते हैं।
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| 3. | आकर्षण बल धारा-मान के वर्ग के समानुपाती होता है।
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| 4. | इस आकर्षण बल को पिंड का भार कहते हैं।
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| 5. | अर्थात गुरुत्वाकर्षण और प्रति गुरुत्वाकर्षण दोनो आकर्षण बल ही है।
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| 6. | स्पष्ट है कि यह आकर्षण बल उस पिंड के भार
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| 7. | आकर्षण बल के सहारे सभी खगोलीय पिण्ड टिके हुए हैं।
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| 8. | अर्थात गुरुत्वाकर्षण और प्रति गुरुत्वाकर्षण दोनो आकर्षण बल ही है।
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| 9. | आकर्षण बल के साथ तुलना करके,
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| 10. | अर्थात गुरुत्वाकर्षण और प्रति गुरुत्वाकर्षण दोनो आकर्षण बल ही है।
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